महात्मा गाँधी एवं अम्बेडकर के विचारों में दलित विमर्श
विवेक कुमार] अवधेश कुमार
इस शोध पत्र में मैने दलित आन्दोलन एवं उनके उपर महात्मा गाँधी एवं अम्बेडकर के विचारों में दलित विमर्श का अध्ययन किया है। राजनीतिक संगठन की स्थापना के पीछे विभिन्न कारक राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, क्षेत्र, भाषा तथा प्रजाति हो सकते हंै। जिसके आधार पर वे जनता से जुड़ते हैं तथा जनता के मध्य अपने मतो, विचारो और मान्यताओं का प्रचार-प्रसार करते है और फिर राजनीति में भाग लेकर सत्ता प्राप्ति का प्रयास करते है। अपने विचारों तथा मान्यताओं को सर्वव्यापी बनाने की कोशिश करते है। ऐसा ही काम कांग्रेस आजादी से पहले से लेकर आज तक एक राजनीतिक दल की हैसियत से कर रही है तथा नब्बे के दशक में एक वर्गीय हित यानि दलित हित को आधार बना कर राजनीतिक मंच पर आने वाली पार्टी बसपा भी आज सर्वजन के मुद्दांे की बाते करने लगी है।