स्वामी विवेकानन्द के दर्शन में शांति शिक्षा के तत्वों का अध्ययन तथा शैक्षिक जगत में उनकी प्रासंगिकता
अमित कुमार, वी. के. शर्मा
स्वामी विवेकानन्द का जीवन दर्शन मानव के लिए अत्यन्त गौरवपूर्ण एवं प्ररेणादायक हैं। वे आधुनिक मानव के आदर्श प्रतिनिधि हैं। स्वामी विवेकानन्द वैदिक धर्म एवं भारतीय संस्कृति के समस्त स्वरुपों के उज्ज्वल प्रतीक थेे। यह उन्हीं की प्रतिभा थी जिससे वेदान्त का प्रतिपादन इस रुप में हुआ कि वह वर्तमान युग के मनुष्य द्वारा हृदयंगम किया जा सके । उनका प्रगाढ़ देश प्रेम, गरीबी, अन्धविश्वास और सामाजिक पतन के विरोधी, जाति प्रथा से अत्यन्त चिन्तित, विशेषाधिकार के कट्र विरोधी, स्त्रियों का पिछड़ापन दूर करने के प्रबल पक्षधर, विज्ञान एवं टैक्नालाॅजी के समर्थक, शारीरिक विकास के प्रबल समर्थक, अभय के विकास पर बल देने का गहरा चिन्तन शांति शिक्षा के तत्वों से पूर्ण है। प्रस्तुत शोध प्रपत्र में उन सभी शांति तत्वों का संकलन एवं प्रासंगिकता का अध्ययन किया गया है।